International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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बींसवी शताब्दी के पुर्वाद्ध में दलितों की स्थिति-बिहार के संदर्भ में
1 Author(s): MOHINI KUMARI
Vol - 6, Issue- 6 , Page(s) : 416 - 419 (2015 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
प्राचीन काल से जो वर्ग सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक दृष्टिकोण से पिछड़े हुए थे, जिसे सामान्य तौर पर अछूत, अस्पृश्य एवं मलेच्छ आदि नामों से पुकारा जाता था। वह कालान्तर में दलित कहलाने लगे। प्राचीन काल से आधुनिक काल तक हिन्दू वर्णाश्रम व्यवस्था में इस वर्ग का स्थान सबसे निम्न था। समाजिक, राजनैतिक, संस्कृतिक, बौद्धिक एवं शैक्षणिक जगत से उपेक्षित रहना, सदैव से सौभाग्य में प्राप्त था। इनके अधिकार केवल उच्च वर्गों के सेवा मात्र तक ही सीमित थे। समाजिक अधिकार, सम्मान, प्रतिष्ठा और आदर इनके हक में नहीं थें।